उत्तर प्रदेश के अमेठी जनपद में शनिवार की सुबह एक अजीबोगरीब और चौंकाने वाली घटना सामने आई। कमरौली थाना क्षेत्र के कठौरा गांव के पास एक रिफाइंड ऑयल से भरा टैंकर अनियंत्रित होकर खेत में पलट गया। जैसे ही यह खबर इलाके में फैली, देखते ही देखते वहां ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग हाथों में डिब्बे, बाल्टियां, बोतलें और तकिए के खोल तक लेकर खेतों में फैल गए और टैंकर से बहे रिफाइंड ऑयल को भरने में जुट गए।
इस घटना ने जहां सड़क सुरक्षा और ट्रांसपोर्ट प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए, वहीं ग्रामीणों की ऐसी "तेल लूट" ने मानव व्यवहार की अलग ही तस्वीर पेश की।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टैंकर रायबरेली की ओर से आ रहा था और लखनऊ की ओर जा रहा था। चालक ने जैसे ही कठौरा के पास मोड़ लिया, वाहन असंतुलित हो गया और सड़क किनारे खेत में जा गिरा। टैंकर में हजारों लीटर रिफाइंड तेल भरा हुआ था, जो खेत में फैल गया। दुर्घटना के दौरान ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि क्लीनर को हल्की चोटें आईं।
हादसे की खबर आग की तरह पूरे गांव और आसपास के इलाकों में फैल गई। ग्रामीण बिना देर किए हाथ में जो भी बर्तन मिला, लेकर मौके पर पहुंच गए। किसी के हाथ में दो लीटर का डिब्बा था तो कोई बोतल लेकर पहुंचा। कई लोगों ने घर की बाल्टी, मटके और यहां तक कि थैले तक इस्तेमाल में लाए।
लोगों को खेत में गिरे तेल की परवाह नहीं थी कि वह कीचड़ और मिट्टी में मिल चुका है। जिसको जितना मिला, वह भर कर ले गया। कुछ लोगों ने तो यह भी कहा कि "तेल आज फ्री में मिल रहा है, भला ऐसा मौका रोज-रोज थोड़ी आता है।"
घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें ग्रामीणों को खेत में दौड़ते, झुकते और रिफाइंड तेल भरते हुए देखा जा सकता है। कुछ महिलाएं अपने सिर पर बाल्टी रखे नजर आईं तो कुछ बच्चे बोतलें लेकर इधर-उधर दौड़ते दिखे।
सूचना मिलने पर कमरौली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सबसे पहले घायल ड्राइवर को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। इसके बाद भीड़ को हटाने की कोशिश की गई, लेकिन लोगों की संख्या इतनी अधिक थी कि नियंत्रित करना मुश्किल हो गया।
थानाध्यक्ष कमरौली ने बताया,
"मौके पर पहुंचकर भीड़ को समझाया गया, लेकिन लोगों की जिद थी कि जब तक टैंकर कंपनी खुद नहीं आएगी, वे तेल नहीं छोड़ेंगे। ड्राइवर का प्राथमिक उपचार कराया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, टैंकर में करीब 12,000 लीटर रिफाइंड कुकिंग ऑयल लदा हुआ था। यह तेल किसी नामी ब्रांड का था, जो औद्योगिक प्लांट से डिलीवरी के लिए जा रहा था। दुर्घटना के कारण टैंकर का निचला हिस्सा फट गया और सैकड़ों लीटर तेल खेत में फैल गया।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि ऐसी घटनाएं पहले भी हुई हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया। हाईवे पर भारी वाहनों की तेज रफ्तार और खराब सड़कें हादसों को न्योता दे रही हैं।