रूस की नई हाइपरसोनिक शक्ति का परिचय
https://www.instagram.com/reel/DKi8DZ6t96K/?utm_source=ig_web_copy_link&igsh=MzRlODBiNWFlZA==
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में 'ओरेश्निक' नामक नई हाइपरसोनिक मिसाइल को तैयार रखने का आदेश दिया है। यह मिसाइल ध्वनि की गति से दस गुना तेज़ है और इसे रोक पाना वर्तमान में उपलब्ध किसी भी मिसाइल रक्षा प्रणाली के लिए लगभग असंभव माना जाता है।
ओरेश्निक मिसाइल: एक परिचय
'ओरेश्निक' (रूसी में 'हेज़ल ट्री') एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसकी गति मैक 10 (ध्वनि की गति से दस गुना) से अधिक है। यह मिसाइल छह स्वतंत्र रूप से लक्षित वारहेड्स ले जाने में सक्षम है, जो इसे एक अत्यधिक प्रभावी हथियार बनाता है।
तकनीकी विशेषताएं:
-
गति: मैक 10 से अधिक (12,300 किमी/घंटा से अधिक)
-
वारहेड्स: छह स्वतंत्र रूप से लक्षित वारहेड्स
-
रेंज: लगभग 5,000 किमी
-
प्रणाली: हाइपरसोनिक गति और उच्च गतिशीलता के कारण इसे रोक पाना अत्यंत कठिन
प्रथम उपयोग और प्रभाव:
ओरेश्निक मिसाइल का पहला उपयोग नवंबर 2024 में यूक्रेन के ड्निप्रो शहर में एक सैन्य सुविधा पर हमले के दौरान किया गया था। इस हमले ने रूस की सैन्य क्षमताओं में एक नई दिशा दिखाई और पश्चिमी देशों के लिए एक स्पष्ट संदेश था।
रणनीतिक महत्व:
रूस द्वारा ओरेश्निक मिसाइल का विकास और तैनाती उसके रणनीतिक उद्देश्यों को दर्शाता है। यह मिसाइल न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि यह रूस की सैन्य शक्ति का प्रतीक भी है। इसके माध्यम से रूस ने यह स्पष्ट किया है कि वह अपनी सुरक्षा और हितों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
भविष्य की योजनाएं:
राष्ट्रपति पुतिन ने ओरेश्निक मिसाइल की सीरियल उत्पादन की घोषणा की है, जिससे यह मिसाइल रूस की रणनीतिक मिसाइल बलों का एक अभिन्न हिस्सा बन जाएगी। इसके अलावा, बेलारूस में भी इस मिसाइल की तैनाती की योजना है, जिससे रूस की पश्चिमी सीमाओं की सुरक्षा और मजबूत होगी।
ओरेश्निक मिसाइल रूस की सैन्य शक्ति और तकनीकी प्रगति का प्रतीक है। इसकी तैनाती से वैश्विक शक्ति संतुलन पर प्रभाव पड़ सकता है और यह भविष्य के सैन्य संघर्षों में एक निर्णायक भूमिका निभा सकती है। रूस की इस नई हाइपरसोनिक मिसाइल ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सतर्क कर दिया है और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अन्य देश इस चुनौती का सामना कैसे करते हैं।